Tuesday, April 8, 2014

मैं बालक तू माता शेरां वालीये



मैं बालक तू माता, शेरां वालीये,
है अटूट यह नाता, शेरां वालीये |
शेरां वालीये माँ, पहाडा वालीये माँ,
मेहरा वालीये माँ, ज्योतां वालीये माँ ||

तेरी ममता, मिली है मुझको, तेरा प्यार मिला है |
तेरे आँचल की छाया मे मन का फूल खिला है ||
तूने बुद्धि तूने साहस तूने ज्ञान दिया |
मस्तक उचा कर के जीने का वरदान दिया माँ ||
तू है भाग्यविदाता, शेरां वालीये |
मैं बालक तू माता, शेरां वालीये ||

जब से दो नैनो मे तेरी पावन ज्योत समायी |
मन्दिर मन्दिर तेरी मूरत देने लगी दिखाई ||
ऊँचे परबत पर मैंने भी डाल दिया है डेरा |
निस दिन करे जो तेरी सेवा मै वो दास हूँ तेरा ||
रहूँ तेरे गुण गाता, शेरां वालीये |
मैं बालक तू माता, शेरां वालीये ||

जय शेरा वाली, जय भावना वाली |
जय मेहरा वाली, जय ज्योता वाली ||

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