जैसा बीज वैसा फल........, जैसा दान वैसा लाभ ....... इस तरह की लोक कहावतें हम सभी सुनते आ रहे हैं। कोई घटना या प्रसंग कहावत के रूप में तभी प्रसिद्ध होता है, जब उसे हजारों लाखों लोग आजमा लेते हैं। वैसे तो दान को धर्म का अंग यानि कि हिस्सा माना ही जाता है। किन्तु क्या और कितना दान देने से प्रतिक्रिया के रूप में लौटकर देने वाले को क्या लाभ होता है, यह बहुत महत्वपूर्ण बात है। शास्त्र और जानकारों का मानना है कि दान देने से कई लाभ होते हैं। कहते हैं जैसा दान होता है वैसा ही लाभ होता है। जानें, किस वस्तु के दान से क्या लाभ होता है-
वस्तु - लाभ
जल - तृप्ति
अन्न - अक्षय सुख
तिल - अभीष्ट संतान इच्छानुसार
भूमि - पदार्थ
स्वर्ण - लंबी उम्र
चांदी - अच्छा रूप
- उत्तम भवन
वस्त्र- चंद्रलोक
अश्व- अश्विनीकुमार का लोक
बैल- विपुल संपत्ति
गाय- सूर्यलोक
यान या शय्या- पत्नी
धान्य- अनंत सुख
वेदाध्यापन- ब्रह्म का सान्निध्य
ज्ञानोपदेश- स्वर्गलोक
गाय को घास- पापों से मुक्ति
काष्ठ- तेजस्विता
औषधि- सुख
भोजन- दीर्घायु
दीपदान- अच्छे नेत्र
अभयदान- ऐश्वर्य
वस्तु - लाभ
जल - तृप्ति
अन्न - अक्षय सुख
तिल - अभीष्ट संतान इच्छानुसार
भूमि - पदार्थ
स्वर्ण - लंबी उम्र
चांदी - अच्छा रूप
- उत्तम भवन
वस्त्र- चंद्रलोक
अश्व- अश्विनीकुमार का लोक
बैल- विपुल संपत्ति
गाय- सूर्यलोक
यान या शय्या- पत्नी
धान्य- अनंत सुख
वेदाध्यापन- ब्रह्म का सान्निध्य
ज्ञानोपदेश- स्वर्गलोक
गाय को घास- पापों से मुक्ति
काष्ठ- तेजस्विता
औषधि- सुख
भोजन- दीर्घायु
दीपदान- अच्छे नेत्र
अभयदान- ऐश्वर्य
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