Friday, September 10, 2010

ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहोदर्द कैसा भी हो
आँख नाम ना करो ,
रात काली सही कोई गम ना करो,
इक सितारा बनो जगमगाते रहो ,
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो .

बांटनी है अगर बाँट लो हर ख़ुशी,
गम न ज़ाहिर करो तुम किसी पर कभी,
दिल की गहराई में गम छुपाते रहो,
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो.

अश्क अनमोल हैं खो ना देना कहीं,
इन की हर बूँद है मोतियों से हसीं,
इनको हर आँख से तुम चुराते रहो,
ज़िन्दगी में सदा मुसकुरात रहो .

फासले कम करो दिल मिलते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो.

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