Friday, November 12, 2010

आज का विचार

> दूसरों में आदर्श ढूँढना वक्त की बर्बादी करना है।

>पैसे से खुशियाँ नहीं ख़रीदी जा सकती लेकिन वो बहुत सारी तक़लीफ़ों को कम कर देता है।

>अमीर होते हुए गरीबी का एहसास होना नामुमकिन है, लेकिन गरीब न होते हुए भी गरीबी का एहसास होना मुमकिन है।

>मुझे इस बात पर बहुत कम अफ़सोस हुआ कि मैं मौन क्‍यों रहा, लेकिन इस बात का कई बार अफ़सोस हुआ कि मैं बोला क्‍यों।

>ख़ुद को बदल लेना चाहिए, इससे पहले कि समय आपको बदले।

>गुस्‍से का मतलब है, दूसरों की गलती का अपने से बदला लेना।

>जो लोग सोचते नहीं हैं, वे शोचनीय हो जाते हैं।

>जो समय पर चल पड़ते हैं, उन्‍हें दौड़ना नहीं पड़ता।

>हारना उतना शर्मनाक नहीं होता जितना हार मान लेना।

>सीखने और मरने की कोई उम्र नहीं होती।

>जो लोग शर्तों पर शुरूआत करने की सोचते हैं, वे कभी कोई शुरूआत नहीं कर पाते।

>महत्‍वपूर्ण ये नहीं है कि आपके कितने मित्र हैं, महत्‍वपूर्ण ये है कि आप कितनों के मित्र हैं।

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