Wednesday, July 14, 2010
अमीर बनना होगा आसान यदि आप धार्मिक बनें
दुनिया की सारी सर्वे रिपोर्टें एक बात पर पूरी तरह एकमत हैं। वो यह कि दुनिया भर में सर्वाधिक धार्मिक लोग कहीं पाए जाते हैं तो वह भारत देश ही है। एक दूसरा सर्वे यह प्रकाशित करता है कि, दूसरे देशों में जाकर सफल-संपन्न बनने वालों में भारतीय ही नम्बर-१ पर हैं। इन दोनों सर्वे रिपोर्टों को मिलाकर देखने पर एक बड़ा ही कीमती सूत्र निकलकर आता है। यह अनमोल सूत्र साबित करता है कि किसी भी क्षेत्र में सफल-संपन्न होने वालों में धार्मिक और नैतिक लोगों का ही अनुपात सर्वाधिक है। सत्य है कि धर्म के ऊंचे सिद्धांतों में सादगी और संतोष को बहुत महत्व दिया गया है, किन्तु सादगी का अर्थ गरीब रहना नहीं बल्कि अपार धन-संपत्ति का धैर्य से पचाना है। धन वर्जित नहीं बल्कि धन का नशा वर्जित होता है।लक्ष्मी का मतलब होता है धन-सम्पत्ति, वैभव या समृद्धि। कहते हैं कि जीवन है तो जगत है और जगत है तो जरूरतें भी होंगी। किसी पारिवारिक या गृहस्थ इंसान के लिये लक्ष्मी कृपा यानि धन-सम्पत्ति का होना अत्यंत ही आवश्यक माना जाता है। दरिद्रता को जीवन का अभिशाप माना गया है। यहां तक कि गरीब रहना पाप करने के समान निंदनीय कार्य माना गया है। अत: इस दरिद्रता के अभिशाप से छुटकारा पाने और बरीबी के कलंक को मिटाने के लिये धार्मिक नियमों को अपने जीवन में शामिल करने के साथ-साथ, नीचे दिये गए कुछ प्रबल प्रभावशाली उपायों का प्रयोग अवश्य करें :-१. धन के अधिपति कुबेर देव प्रसन्न होंगे यदि इंसान धर्म का पालन करेगा और ईमानदारी का जीवन जीएगा।२. कुबेर देव प्रसन्न होंगे यदि इंसान कठिनाई आने पर भी सत्य के मार्ग से नहीं हटेगा।३. कुबेर देव प्रसन्न होंगे यदि इंसान इन्द्रिय भोगों पर नियंत्रण रखते हुए सादगी व पवित्रता का जीवन जीएगा।४. धन के अधिपति कुबेर देव प्रसन्न होंगे यदि इंसान अपने खून पसीने की कमाई का कुछ भाग, भगवान की बनाई इस दुनिया को और भी सुन्दर बनाने में खर्च करेगा।५. यदि इंसान अपने कर्तव्य को पूरी तत्परता से पूरा करेगा और उसके परिणाम को भगवान की मरजी समझ कर स्वीकार करेगा।
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